प्रिय शिवेश!
शुभसंशन
श्रीमदभगवत कथा में मुझे रहने का अवसर मिला, नियति की रचना है। ऋषितुल्य पिताजी, माताजी, आप सहित समस्त अनुजों एवं अग्रजों के साथ सत्संग हुआ यह मेरे प्रारब्ध का पुण्य है जो इस रूप में जोड़ा।
आतिथ्य, परिवार का स्नेह और वातावरण मेरे जीवन में श्रेष्ठतम अवसर बनकर सदैव स्मृति में जीवन्त रहेगी। आप यशस्वी हो तेजस्वी हो दीर्घायु हों!! शुभकामनाएं।
संत कबीरनगर, उत्तर प्रदेश
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