Monday, November 22, 2021
विकास के पथ पर भारत
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अनुपम मिश्र जी का आगमन मेरे आफिस में हुआ. डॉ. सौरभ मालवीय द्वारा लिखित पुस्तक 'विकास के पथ पर भारत' उन्हें सप्रेम भेट की गई.
Tuesday, November 16, 2021
राकेश त्रिपाठी ने सराहा
Tuesday, November 9, 2021
प्राक्कथन
Saturday, November 6, 2021
अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश
केंद्र और राज्य सरकारें नागरिकों के विकास के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही हैं। प्रत्येक योजना का यही उद्देश्य होता है कि उसका लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे। जब योजना का लाभ प्रत्येक पात्र व्यक्ति तक पहुंचता है, तो वह योजना सफल हो जाती है। इस समय देश में लगभग डेढ़ सौ योजनाएं चल रही हैं। इनमें कई ऐसी पुरानी योजनाएं भी हैं, जिनके नाम परिवर्तित कर दिए गए हैं। इनमें कई ऐसी योजनाएं भी हैं, जो लगभग बंद हो चुकी थीं और उन्हें पुन: प्रारम्भ किया गया है। इनमें कुछ नई योजनाएं भी सम्मिलित हैं। देश में दो प्रकार की सरकारी योजनाएं चल रही हैं। पहली योजनाएं वे हैं, जो केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती हैं। इस तरह की योजनाएं पूरे देश या देश के कुछ विशेष राज्यों में संचालित की जाती हैं। दूसरी योजनाएं वे हैं, जो राज्य सरकारें चलाती हैं। राज्य में संचालित अधिक योजनाएं केंद्र द्वारा ही चलाई जाती हैं। इनके कार्यान्वयन पर व्यय होने वाली राशि का एक बड़ा भाग केंद्र सरकार वहन करती है और एक भाग राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कई स्वतन्त्र योजनाएं प्रारम्भ की है जो परिणाममूलक भी दिखती है।
इस पुस्तक का उद्देश्य यही है कि पात्र लोग उन सभी योजनाओं का लाभ उठाएं, जो सरकार उनके कल्याण के लिए चला रही है। इन योजनाओं की जानकारी संबंधित मंत्रालयों से प्राप्त जानकारी पर आधारित है साथ ही अखबार, सरकारी दस्तावेजों एवं मुख्यमंत्री के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज एवं सहयोगियों से प्राप्त की गई है। उल्लेखनीय है कि समय-समय पर योजनाओं में आंशिक रूप से परिवर्तन भी होता रहता है। उनकी इस पुस्तक का विमोचन हाल ही में देश के गृहमंत्री अमित शाह ने किया है।
Thursday, October 28, 2021
पुस्तक लोकार्पण
अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी, शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान जी, सूचना प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर जी, केन्द्रीय मंत्री श्री महेंद्र पांडेय जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या जी एवं श्री दिनेश शर्मा जी, प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्रदेव सिंह जी, श्री राधामोहन सिंह जी एवं संगठन महामंत्री श्री सुनील बंसल जी ने मेरी लिखित पुस्तक "अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश" का विमोचन किया. आप सभी का आभार
Thursday, August 5, 2021
पुस्तक लोकार्पण
पुस्तक का नाम : भारत बोध
लेखक : डॉ.सौरभ मालवीय
स्थान : परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश
प्रकाशक : यश पब्लिकेशन, नई दिल्ली
Friday, July 9, 2021
डॉ.सौरभ मालवीय को बधाई
उत्तर-प्रदेश के समग्र शिक्षा,राज्य परियोजना कार्यालय में 'विशेषज्ञ' के रूप में डॉ. सौरभ मालवीय अपनी सेवाएं देंगे! एस.सी.ई.आर.टी. के अंतर्गत संचालित हैप्पीनेस कैरीकुलम एवं पूर्णता प्रोग्राम के साथ शिक्षण प्रशिक्षण का कार्य डॉ. मालवीय देखेंगे।
डॉ.सौरभ मालवीय हिंदी साहित्य और पत्रकारिता के सुपरिचित हस्ताक्षर है। इनका जन्म उत्तर-प्रदेश के देवरिया जनपद ,ग्राम पटनेजी में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा गांव के सरस्वती शिशुमन्दिर में हुआ। उच्च शिक्षा की पढ़ाई माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्विद्यालय-भोपाल से प्रसारण पत्रकारिता में स्नातकोत्तर एवं "सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और मीडिया" विषय पर पीएचडी शोध उपाधि प्राप्त की।
सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र-निर्माण की तीव्र आकांक्षा के चलते सामाजिक संगठनों से बचपन से ही जुड़ाव, जगत गुरु शंकराचार्य एवं डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार की सांस्कृतिक चेतना और आचार्य चाणक्य की राजनीतिक दृष्टि से प्रभावित डॉ.सौरभ मालवीय का सुस्पष्ट वैचारिक धरातल है। आप देश भर की विभिन्न समाचार पत्रों-पत्रिकाओं एवं अन्तर्जाल पर समसामयिक मुद्दों पर लेखन करते है। ज्वलन्त एवं राजनीतिक मुद्दों पर आप प्रायः टीवी चर्चाओं में अपने विचार रखते है।
प्रकाशित पुस्तक : राष्ट्र्वादी पत्रकारिता के शिखर पुरुष अटल बिहारी बाजपेयी, विकास के पथ पर भारत, राष्ट्रवाद और मीडिया एवं भारतबोध है।
उत्कृष्ठ कार्य हेतु अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जिसमें विष्णु प्रभाकर पत्रकारिता सम्मान, प्रवक्ता डॉट कॉम लेखक सम्मान, लखनऊ रत्न सम्मान, अटल बिहारी बाजपेयी संवाद सम्मान,अटल श्री सम्मान, सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक सम्मान , पंडित प्रताप नारायण मिश्र युवा साहित्यकार सम्मान आदि सम्मिलित है।
सम्प्रति : वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्विद्यालय- नोएडा परिसर
सौरभ मालवीय को हार्दिक बधाई
प्रिय मित्र डॉ. सौरभ मालवीय उत्तर प्रदेश शासन के समग्र शिक्षा विभाग में सलाहकार नियुक्त हुए हैं।
डॉक्टर सौरभ मालवीय को हार्दिक बधाई।
उनकी उपलब्धियों की सूची लंबी है। डॉक्टर मालवीय सुपरिचित शिक्षक, लेखक, स्तंभकार, मीडिया शोधार्थी, टेलीविजन पैनलिस्ट, राजनीतिक विश्लेषक और प्रभावी वक्ता के रूप में जाने जाते हैं।
चित्र में भारत का बोध कराने वाली अपनी नई पुस्तक "भारत बोध" प्रदान कर डॉ. सौरभ मालवीय ने मुझे भी अनुग्रहीत किया है। आपका स्नेह और अपनापन हमारी धरोहर है।
Wednesday, March 24, 2021
पुस्तक भेंट की
टीवी चैनल्स पर प्रखरता से पार्टी व सरकार का पक्ष रखने वाले प्रदेश प्रवक्ता श्री राकेश जी त्रिपाठी भाईसाहब , मुझे भाई समान स्नेह देने वाले माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय में प्रवक्ता , संघ चिंतक टीवी डिबेट्स में अक्सर दिखने वाले उत्कृष्ट लेखक डॉक्टर सौरभ जी मालवीय भाईसाहब व भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री अभिषेक जी मिश्र का आज हरिद्वार से वापसी के समय "नारायण निवास" पर आगमन हुआ।
आप सभी के आतिथ्य का अवसर पाकर सुखद अनुभूति हुई।
डॉक्टर सौरभ मालवीय जी ने अपनी नई पुस्तक "भारत बोध " मुझे स्मृति स्वरूप भेंट की जिसके बारे में विस्तार से पढ़ने के बाद लिखूंगा।
Saturday, March 20, 2021
सौरभ मालवीय की किताब 'भारत बोध' का लोकार्पण
सिद्धार्थनगर. माधव संस्कृति न्यास, नई दिल्ली और सिद्धार्थ विवि. सिद्धार्थनगर द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में डॉ. सौरभ मालवीय की लिखित पुस्तक भारत बोध समेत आठ पुस्तकों का लोकार्पण हुआ. ‘भारतीय इतिहास लेखन परंपरा : नवीन परिप्रेक्ष्य’ विषय पर अपनी बात रखते हुये मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि आजादी के बाद इतिहास संकलन का कार्य हो रहा है. देश को परम वैभव के शिखर पर ले जाने में युवा इतिहासकारों का संकलन कारगर साबित होगा. कार्यक्रम शुभारंभ के दौरान माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, नोएडा परिसर में सहायक प्राध्यापक डॉ. सौरभ मालवीय की लिखित पुस्तक भारत बोध समेत आठ अलग-अलग लेखकों की पुस्तकों का मंत्री व कुलपति द्वारा लोकार्पण किया गया.
डॉ. द्विवेदी ने कहा कि भारत को पिछड़े और सपेरों का देश कहा गया है, इस विसंगती को दूर करने का कार्य जारी है. भारत के स्वर्णिम इतिहास का संकलन हो रहा है. महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय (वर्धा, महाराष्ट्र) के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने कहा कि युवा इतिहासकार भारत का इतिहास लिख सकते हैं. भारत का इतिहास उत्तान पाद, राम कृष्ण, समुद्र गुप्त, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राम- कृष्ण जैसे अनेक महापुरुषों से है. इतिहास वेद, ज्ञान, यश, कृति, पुरूषार्थ और संघर्ष का होता है. इतिहास में सच्चाई दिखने वाला होता है. आजादी के पहले कारवां चलता गया, हिंदोस्तां बढ़ता गया के आधार पर इतिहास लिखा गया. गोरी चमड़ी वाले अंग्रेज भारत कमाने आए और यहीं रह गये. बाद में हमारा इतिहास लिख दिया. वास्कोडिगामा जान अपसटल को चिट्ठी देने के लिए खोज में निकला था, जिसे लोग भारत की खोज करता बताते हैं. इसी इतिहास को युवा इतिहासकार बदलेंगे.
नालंदा विश्वविद्यालय (बिहार) के कुलपति प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने कहा कि डार्विन की थ्यौरी में बंदर से मनुष्य बनने की कल्पना बताया गया है, जबकि ब्रह्मा से मनुष्य की रचना हुई है. भगवान हमारे इष्ट हैं. ब्रिटिश इंडिया कंपनी ने हमे विकृति मानसिकता का बना दिया. हम दिन ब दिन अंग्रेजों की बेडियों में जकड़े गये. हमें सांस्कृतिक परंपरा का बोध नहीं था. स्वतंत्रता के पश्चात हम सांस्कृतिक पुर्नउत्थान के लिए खड़े हुए हैं. अंग्रेजों ने किताबों में ऐसी बातें लिखी कि हम हीन भावना से ग्रसित हुए. हमने ग्रंथ, वेद, रामायण, पुराण पढ़ना छोड़ दिया, लेकिन हमे सारस्वत सरस्वती का बोध यहीं हुआ है. सब सास्वत है.
Wednesday, January 6, 2021
विकास के पथ पर भारत
देश के विकास में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही अनेकों लोककल्याणकारी योजनाएँ हैं, जिन योजनाओं से प्राय: लोग अनभिज्ञ रहते हैं और उन योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। देश के गरीबों, युवाओं, वृद्धों, महिला- कन्या, वनवासी आदि समुदाय के विकास के लिए विभिन्न योजनाएंँ चल रही हैं। समाज को सरकारी योजनाओं की बेहतर जानकारी मिले इसी सामाजिक सेवा भाव से गुरूदेव Sourabh Malviya जी ने "विकास के पथ पर भारत" पुस्तक का लेखन किया।। इस किताब में विकास के 34 योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है, जिसे सभी को पढना चाहिए। मैं बहुत सौभाग्यशाली हूँ कि मुझे यह पुस्तक स्वयं लेखक और देश के प्रतिष्ठित वरिष्ठ पत्रकार मीडिया गुरू डॉ. सौरभ मालवीय सर ने आशीर्वाद स्वरूप दिया, गुरुदेव का सान्निध्य ऐसे ही मिलता रहे।
-नितुल तिवारी आजाद
वार्षिक कार्ययोजना निर्माण बैठक
विद्या भारती का उद्देश्य शिक्षा के साथ संस्कार, भारतीय संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन, राष्ट्रीय चेतना, चरित्र निर्माण, देशभक्त नागरिक का न...

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डॉ. सौरभ मालवीय ‘नारी’ इस शब्द में इतनी ऊर्जा है कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है, इसके पर्यायी शब्द स्त्री, भामिनी, कान...
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डॉ. सौरभ मालवीय मनुष्य जिस तीव्र गति से उन्नति कर रहा है, उसी गति से उसके संबंध पीछे छूटते जा रहे हैं. भौतिक सुख-सुविधाओं की बढ़ती इच्छाओं क...
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डॉ. सौरभ मालवीय किसी भी देश के लिए एक विधान की आवश्यकता होती है। देश के विधान को संविधान कहा जाता है। यह अधिनियमों का संग्रह है। भारत के संव...