प्रांतीय प्रधानाचार्य योजना बैठक शोहरत गढ़, सिद्धार्थ नगर में आज दिनांक 30 अप्रैल 2025 को सत्र वन्दना सत्र में मुख्य अतिथि डॉक्टर सौरभ मालवीय जी क्षेत्रीय मंत्री विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र एवं श्रीमान विनोद कांत मिश्र जी प्रदेश मंत्री जन शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। क्षेत्रीय मंत्री डॉ. सौरभ मालवीय जी ने भारतीय ज्ञान परम्परा के सापेक्ष में शिक्षण कौशल एवं मीडिया विषय पर जन शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत द्वारा आयोजित प्रांतीय प्रधानाचार्य योजना बैठक में अपना मार्गदर्शन प्रधानाचार्य बंधुओं को दिया। आपने कहा कि भारतीयता ही राष्ट्रीयता है और राष्ट्रवाद हमारा धर्म है। भारतीय संस्कृति की नींव गंगा, गायत्री और गीता पर खड़ी है।आपके द्वारा विद्यालय की संकल्पना एक जीवंत, गतिशील, सांस्कृतिक रूप से समृद्ध सामाजिक संस्था को बताया गया। आपके द्वारा भारतीय ज्ञान परम्परा के प्रमुख क्षेत्र दर्शन, विज्ञान एवं गणित, आयुर्वेद, साहित्य, भारतीय साहित्य में वेद उपनिषद, धर्म और अध्यात्म, योग और ध्यान तथा कला एवं संगीत का समावेश बताया गया। आपके द्वारा नारी सशक्तिकरण पर विशेष बल दिया गया।
मीडिया एवं डिजिटल लिट्रेसी पर विशेष बल दिया गया।
ग्लोबलाइजेशन के इस युग में पूरा विश्व एक गांव है, जिले की रचना एवं संकुल की संरचना में आपके द्वारा पंच परिवर्तन, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर कार्ययोजना बनाने को कहा गया। प्रत्येक विद्यालय के द्वारा पोषित गांवों से अधिकाधिक प्रबुद्ध वर्ग को जोड़ने के लिए कहा गया तथा अभिलेखागार को पुष्ट करने को कहा गया।
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