Saturday, October 13, 2018

राष्ट्रवादी पत्रकारिता के शिखर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी


दिल्ली प्रवास के दौरान 7 अक्टूबर को अग्रज डॉ. सौरभ मालवीय का सान्निध्य प्राप्त हुआ। उनकी विशेषता है कि उनके साथ समय का पता नहीं चलता। खूब खुशमिजाज हैं। आप एक पल भी बोर नहीं हो सकते। इस खूबी के चलते उनकी प्रसिद्धि लोकव्यापी है। वो जहां उपस्थित नहीं होते, वहां भी उनकी उपस्थिति रहती है। 

दिव्य भोजन
दो दिन से बाहर का खाना खा-खाकर परेशान थे। जब उनसे मिलने घर जा रहा था तब ही उन्होंने फोन पर कह दिया था कि भोजन साथ में होगा। "भूखा क्या चाहे दो रोटी।" सब्जी-रोटी और भाई साहब के हाथ के बने दाल-चावल के स्वाद ने दिन बना दिया था। भाँति-भाँति प्रकार की चर्चा का स्वाद भी लिया।
 
पुस्तक चर्चा 
इस अवसर पर उन्होंने अपनी नई किताब "राष्ट्रवादी पत्रकारिता के शिखर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी" भेंट की। जल्द ही हम अपने यूट्यूब चैनल में इस पुस्तक की चर्चा करेंगे।-लोकेन्द्र सिंह राजपूत 

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