Sunday, June 18, 2017

वात्सल्य स्नेह



धन्यवाद-इलाहाबाद
भारतीय समाज में ऐसी मान्यता है कि माँ की छाया मौसी को और पिता का स्वरूप मामा का होता है।
मामा अवधेश मालवीय औऱ मधुलिका मालवीय मामी का वात्सल्य स्नेह से अभिभूत हूँ। इस प्रवास में। परंपराएं और मान्यताएं बनी रहें इसी कामना के साथ नमस्कार।

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भेंट

पत्रकारिता के नक्षत्र रहे स्वर्गीय रोहित सरदाना के पूज्य पिताजी श्रीमान रतन चन्द्र सरदाना जी से मिलने का अवसर. कुरुक्षेत्र.