केशव माधव मधुकर रज्जू दिब्य सुदर्शन की माला
राष्ट्र देवी के सुभ्र चरणों में शोभित मोहन मणि माला
अमिय पियो शत् शरद जियो वैभव का पावन शिखर चढो
भारत को जगत गुरु करने हम साथ तुम्हारे तीव्र बढो
पत्रकारिता के नक्षत्र रहे स्वर्गीय रोहित सरदाना के पूज्य पिताजी श्रीमान रतन चन्द्र सरदाना जी से मिलने का अवसर. कुरुक्षेत्र.
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