Friday, September 11, 2009

पूज्य भागवत जी के जन्म दिवस पर समर्पित


जग प्रपंच से मोह नहीं है तभी कहलाते हो मोहन
भारत चिन्मय आदि शक्ति है परम भागवत त्वं स्वोहम

केशव माधव मधुकर रज्जू दिब्य सुदर्शन की माला
राष्ट्र देवी के सुभ्र चरणों में शोभित मोहन मणि माला

अमिय पियो शत् शरद जियो वैभव का पावन शिखर चढो
भारत को जगत गुरु करने हम साथ तुम्हारे तीव्र बढो

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भेंट

पत्रकारिता के नक्षत्र रहे स्वर्गीय रोहित सरदाना के पूज्य पिताजी श्रीमान रतन चन्द्र सरदाना जी से मिलने का अवसर. कुरुक्षेत्र.