लखनऊ विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में आज “डिजिटल बैंकिंग एवं साइबर धोखाधड़ी : जोखिम एवं समाधान” विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह कार्यक्रम एवोक इंडिया फाउंडेशन द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम विशेष रूप से एमए जनसंचार एवं पत्रकारिता (प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर) के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ कृतिका अग्रवाल ने अतिथियों के स्वागत से किया। इसके बाद एवोक इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रवीन कुमार द्विवेदी ने स्वागत भाषण दिया और डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती आवश्यकता एवं नागरिकों की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला।
प्रबीर दास (वित्तीय शिक्षक, एवोक इंडिया फाउंडेशन) ने साइबर सुरक्षा और RBI मॉड्यूल्स पर विस्तृत सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं द्वारा झेले जाने वाले सामान्य साइबर खतरों, उनके बचाव उपायों और नियामक ढाँचे की भूमिका पर जानकारी दी।
रवजीत महाजन (असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, ट्रेनिंग – एवोक इंडिया फाउंडेशन) ने वित्तीय जागरूकता फैलाने में संचार की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों से समाज को सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।
विभाग की प्रतिक्रिया
विभागाध्यक्ष डॉ सौरभ मालवीय ने कहा कि “मीडिया छात्रों के लिए वित्तीय साक्षरता और साइबर जागरूकता समय की आवश्यकता है।”
कार्यक्रम में RBI जागरूकता मॉड्यूल्स पर इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किए गए। विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए साइबर धोखाधड़ी की पहचान, सुरक्षा उपाय और समाधान से संबंधित व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की। अंत में प्रबीर दास ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
छात्रों ने कहा कि इस कार्यशाला से उन्हें डिजिटल वित्तीय तंत्र में स्वयं को सुरक्षित रखने की व्यवहारिक जानकारी प्राप्त हुई।
यह कार्यक्रम एवोक इंडिया फाउंडेशन द्वारा भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के तत्वावधान में आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम विशेष रूप से एमए जनसंचार एवं पत्रकारिता (प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर) के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग प्रथाओं एवं साइबर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ कृतिका अग्रवाल ने अतिथियों के स्वागत से किया। इसके बाद एवोक इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष प्रवीन कुमार द्विवेदी ने स्वागत भाषण दिया और डिजिटल बैंकिंग की बढ़ती आवश्यकता एवं नागरिकों की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला।
प्रबीर दास (वित्तीय शिक्षक, एवोक इंडिया फाउंडेशन) ने साइबर सुरक्षा और RBI मॉड्यूल्स पर विस्तृत सत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं द्वारा झेले जाने वाले सामान्य साइबर खतरों, उनके बचाव उपायों और नियामक ढाँचे की भूमिका पर जानकारी दी।
रवजीत महाजन (असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट, ट्रेनिंग – एवोक इंडिया फाउंडेशन) ने वित्तीय जागरूकता फैलाने में संचार की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों से समाज को सुरक्षित डिजिटल प्रथाओं के प्रति जागरूक करने का आह्वान किया।
विभाग की प्रतिक्रिया
विभागाध्यक्ष डॉ सौरभ मालवीय ने कहा कि “मीडिया छात्रों के लिए वित्तीय साक्षरता और साइबर जागरूकता समय की आवश्यकता है।”
कार्यक्रम में RBI जागरूकता मॉड्यूल्स पर इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किए गए। विद्यार्थियों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए साइबर धोखाधड़ी की पहचान, सुरक्षा उपाय और समाधान से संबंधित व्यावहारिक जानकारी प्राप्त की। अंत में प्रबीर दास ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
छात्रों ने कहा कि इस कार्यशाला से उन्हें डिजिटल वित्तीय तंत्र में स्वयं को सुरक्षित रखने की व्यवहारिक जानकारी प्राप्त हुई।
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