सामाजिक भावनात्मक अधिगम मानवीय शिक्षा में मूल्य शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। बदलते परिवेश के दृष्टिगट अनुभूति पाठ्यक्रम की आवश्यकता महसूस की जा रही है। जिस प्रकार विद्यार्थियों को विज्ञान, गणित इतिहास, भाषा आदि में विभिन्न तरीकों से पारंगत करते है, उसी प्रकार उनमें खुशी और शांति की समझ के लिए अनुभूति, विचारों व चिंतन द्वारा ऐसा दृष्टिकोण विकसित किया जा सकता है। जिससे वह खुश रहें और दूसरों की प्रसन्नता में सहयोगी बनें।
अनुभूति कार्यक्रम शिक्षक हस्तपुस्तिका विकास कार्यशाला।
समापन सत्र।














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