भारत के प्रत्येक गांव में ग्राम देवता या देवी होती ही है। संयोग से मेरे गाँव में ग्राम देव और सत्ती मां दोनों है। यह चित्र सत्ती माँ का है पूर्वजों का कहना है कि इस वृक्ष को लगभग 140 साल से अधिक हो गये। यहां प्रत्येक वर्ष यज्ञ होता है। ग्राम कल्याण,विश्व कल्याण की मंगल कामना विधिवत पूजन, हवन और यज्ञ से की जाती है। शुभ कल्याण।
Friday, November 9, 2018
ग्राम देवता
भारत के प्रत्येक गांव में ग्राम देवता या देवी होती ही है। संयोग से मेरे गाँव में ग्राम देव और सत्ती मां दोनों है। यह चित्र सत्ती माँ का है पूर्वजों का कहना है कि इस वृक्ष को लगभग 140 साल से अधिक हो गये। यहां प्रत्येक वर्ष यज्ञ होता है। ग्राम कल्याण,विश्व कल्याण की मंगल कामना विधिवत पूजन, हवन और यज्ञ से की जाती है। शुभ कल्याण।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
टूटते संबंध, बढ़ता अवसाद
डॉ. सौरभ मालवीय मनुष्य जिस तीव्र गति से उन्नति कर रहा है, उसी गति से उसके संबंध पीछे छूटते जा रहे हैं. भौतिक सुख-सुविधाओं की बढ़ती इच्छाओं क...
-
डॉ. सौरभ मालवीय ‘नारी’ इस शब्द में इतनी ऊर्जा है कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है, इसके पर्यायी शब्द स्त्री, भामिनी, कान...
-
डॉ. सौरभ मालवीय मनुष्य जिस तीव्र गति से उन्नति कर रहा है, उसी गति से उसके संबंध पीछे छूटते जा रहे हैं. भौतिक सुख-सुविधाओं की बढ़ती इच्छाओं क...
-
डॉ. सौरभ मालवीय किसी भी देश के लिए एक विधान की आवश्यकता होती है। देश के विधान को संविधान कहा जाता है। यह अधिनियमों का संग्रह है। भारत के संव...
No comments:
Post a Comment