माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार
में संचारक के गुण विषय पर मेरा व्याख्यान
दीपावली मिलन अयत्नेनैव संपद्यते जनस्य संसर्गयोगः सताम्। अधमेन सह संयोगः, पतनं ह्यस्य साधनम्॥ (भर्तृहरि नीति शतक 18) भावार्थ– सज्जनों का स...