Friday, March 22, 2024
Tuesday, March 19, 2024
Thursday, March 14, 2024
Sunday, March 10, 2024
डॉ. सौरभ मालवीय की पुस्तक का लोकार्पण
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने आज भारतीय जनता पार्टी के प्रांतीय मुख्यालय में आयोजित साहित्योदय विकसित भारत @2047 समारोह में लखनऊ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सौरभ मालवीय की पुस्तक ‘भारतीय राजनीति के महानायक : नरेन्द्र मोदी’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक न केवल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विराट व्यक्तित्व से परिचय करवाती है, अपितु मोदी सरकार की जनकल्याण की योजनाओं की उपयोगी जानकारी भी प्रदान करती है। हृदय नारायण दीक्षित अमृतकाल का साहित्य नामक विचार गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे थे।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के पत्र -पत्रिका विभाग के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. शिव शक्ति ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि साहित्य सम्पदा है। हमारी विरासत है। मानव चेतना पर आधारित है हमारा साहित्य। अमृतकाल में साहित्य लेखन करने की जरूरत है। आने वाले 25 साल हमारा साहित्य का अमृतकाल है। ऐसे में डॉक्टर सौरभ मालवीय की पुस्तक अभिनंदनीय है।
विशिष्ट अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रकोष्ठ प्रभारी ओमप्रकाश ने कहा कि साहित्य हमें समृद्ध बनाती है। समाज में लोकमंगल की चेतना प्रदान करती है। भारतीय दृष्टि से लेखन आज आवश्यक है।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है। महामना मदन मोहन मालवीय जी ने शिक्षा के लिए भारतीय ज्ञान परम्परा पर शिक्षा की आधार शिला रखी।
प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि हमारे साहित्यकारों ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भाजपा उत्तर प्रदेश के मुखपत्र कमल ज्योति के कार्यकारी संपादक राजकुमार ने कहा कि आज जरूरत है राष्ट्रवादी विचारों को लेखन में लाने की। इतिहास को भारतीय दृष्टि से लेखन करने की।
इस पुस्तक दिल्ली के मानसी पब्लिकेशन्स ने प्रकाशित किया है। इस पुस्तक में श्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के साथ साथ उनके कृतित्व पर भी प्रकाश डाला गया है।
लेखक डॉ. सौरभ मालवीय का कहना है कि उनके व्यक्तित्व की भांति उनके कार्य भी बहुत ही महान हैं। वह भारत की गौरवशाली प्राचीन संस्कृति के संवाहक हैं। उनके कृतित्व में भारतीय संस्कृति के दर्शन होते हैं। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में उनकी भूमिका अत्यंत प्रशंसनीय एवं सराहनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ही देश की पौराणिक नगरी अयोध्या में भूमि पूजन कर चांदी की ईंट और चांदी के फावड़े से ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ निर्माण की आधारशिला रखी थी। जिस समय वह मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे उस समय देश के करोड़ों लोग अपने घरों में टेलीविजन पर उन्हें देख रहे थे। वे इस स्वर्णिम क्षणों के साक्षी बने थे। यह पुस्तक समकालीन भारत का एक ऐतिहासिक प्रमाण है, जो भविष्य में लोगों को उनके व्यक्तित्व एवं केंद्र सरकार की योजनाओं और श्री नरेन्द्र मोदी जी के व्यक्तित्व से परिचित कराएगी।
Tuesday, March 5, 2024
Monday, March 4, 2024
Sunday, March 3, 2024
भारतीय राजनीति के महानायक नरेन्द्र मोदी
पुस्तक - भारतीय राजनीति के महानायक नरेन्द्र मोदी
प्रकाशक - मानसी पब्लिकेशन - नई दिल्ली
लेखक - डॉ. सौरभ मालवीय
Saturday, March 2, 2024
भारतीय राजनीति के महानायक नरेन्द्र मोदी
प्रत्येक काल को एक विशेष नाम से संबोधित किया जाता है। मई 2014 से भारत में जो काल चल रहा है, उसे मोदी युग कहा जा रहा है। माननीय नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद का दायित्व ग्रहण करने के पश्चात से इस देश को एक नूतन दिशा दी है। वह भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। प्राचीन काल से ही भारत अपनी गौरवशाली संस्कृति के कारण प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उत्कृष्ट कार्यों के दृष्टिगत इस अमृत काल में समाज के अंतिम व्यक्ति तक के सपने को साकार करने का यह समय है।
पुस्तक - भारतीय राजनीति के महानायक नरेन्द्र मोदी
लेखक - डॉ. सौरभ मालवीय
Friday, March 1, 2024
सौरभ मालवीय की पुस्तक चर्चा में
मीडिया गुरु के नाम से विख्यात डॉ. सौरभ मालवीय की नई पुस्तक ‘भारतीय राजनीति के महानायक : नरेन्द्र मोदी’ इन दिनों खूब चर्चा में है। इसे दिल्ली के मानसी पब्लिकेशन्स ने प्रकाशित किया है। इस चर्चा का एक कारण यह भी है कि यह ऐसे समय में आई है, जब लोकसभा चुनाव सिर पर हैं। पूर्व की भांति यह चुनाव भी श्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही लड़ा जाना तय है। इस पुस्तक में श्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व के साथ साथ उनके कृतित्व पर भी प्रकाश डाला गया है।
लेखक डॉ. सौरभ मालवीय का कहना है कि यह पुस्तक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विराट व्यक्तित्व से परिचय करवाती है। उनके व्यक्तित्व की भांति उनके कार्य भी बहुत ही महान हैं। वह भारत की गौरवशाली प्राचीन संस्कृति के संवाहक हैं। उनके कृतित्व में भारतीय संस्कृति के दर्शन होते हैं। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में उनकी भूमिका अत्यंत प्रशंसनीय एवं सराहनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने ही देश की पौराणिक नगरी अयोध्या में भूमि पूजन कर चांदी की ईंट और चांदी के फावड़े से ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ निर्माण की आधारशिला रखी थी। जिस समय वह मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे थे उस समय देश के करोड़ों लोग अपने घरों में टेलीविजन पर उन्हें देख रहे थे। वे इस स्वर्णिम क्षणों के साक्षी बने थे। यह पुस्तक समकालीन भारत का एक ऐतिहासिक प्रमाण है, जो भविष्य में लोगों को उनके व्यक्तित्व एवं केंद्र सरकार की योजनाओं और श्री नरेन्द्र मोदी जी के व्यक्तित्व से परिचित कराएगी।
इससे पूर्व भी डॉ. सौरभ मालवीय की पांच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें राष्ट्रवादी पत्रकारिता के शिखर पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी, विकास के पथ पर भारत, राष्ट्रवाद और मीडिया, भारत बोध तथा अंत्योदय को साकार करता उत्तर प्रदेश सम्मिलित हैं। वह देशभर के समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं के लिए लेखन करते हैं। वह खबरिया चैनलों पर भी समसामयिक व ज्वलंत विषयों में अपने विचार रखते हुए देखे जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त वह विभिन्न कार्यक्रमों एवं गोष्ठियों में वक्ता के में रूप में बोलते हुए दिखाई देते हैं।
डॉ. सौरभ मालवीय हिन्दी पत्रकारिता के सुपरिचित हस्ताक्षर हैं। वह राष्ट्रवादी विचारों के प्रहरी हैं। उनकी लेखनी धर्म, संस्कृति, समाज, पर्यावरण, राष्ट्रबोध एवं मानवदर्शन से ओतप्रोत है। वह ईश्वर में गहरी आस्था रखते हैं, इसलिए वह अपनी प्रत्येक पुस्तक इष्टदेव के चरणों में अर्पित करते हैं। उनका कहना है कि भारत भूमि देवताओं की भूमि है। इसके कण-कण में भक्ति है। फिर वह भक्तिभाव से अछूते कैसे रह सकते हैं।
समाचार पत्रों में शारीरिक एवं खेलकूद प्रशिक्षण
सीतापुर में आयोजित शारीरिक एवं खेलकूद प्रशिक्षण की वार्षिक योजना बैठक, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश

-
डॉ. सौरभ मालवीय ‘नारी’ इस शब्द में इतनी ऊर्जा है कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है, इसके पर्यायी शब्द स्त्री, भामिनी, कान...
-
डॉ. सौरभ मालवीय मनुष्य जिस तीव्र गति से उन्नति कर रहा है, उसी गति से उसके संबंध पीछे छूटते जा रहे हैं. भौतिक सुख-सुविधाओं की बढ़ती इच्छाओं क...
-
डॉ. सौरभ मालवीय किसी भी देश के लिए एक विधान की आवश्यकता होती है। देश के विधान को संविधान कहा जाता है। यह अधिनियमों का संग्रह है। भारत के संव...