Sunday, November 2, 2025

कुटुंब का पैगाम -2025








लखनऊ। 
यंगस्टर्स फाउंडेशन - द्वारा आयोजित 'कुटुंब का पैगाम -2025' में रहने का अवसर।
संस्था के निदेशक श्री देश दीपक सिंह की दृष्टि बहुत व्यापक है. समाज, देश और राष्ट्र के वास्ते युवाओं में सामाजिक, पारिवारिक और राष्ट्रीय विचार का कैसे बीजारोपण करें इस वास्ते इस मंच पर आप नुक्कड़ नाटक  का आयोजन था. 
सामाजिक जागरूकता में नुक्कड़ नाटक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। नुक्कड़ नाटक (Street Play) एक ऐसा नाट्य रूप है जो खुले स्थानों — जैसे बाज़ार, स्कूल, चौक, या मोहल्ले में — प्रस्तुत किया जाता है। इसका उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक संदेश देना होता है।
नुक्कड़ नाटक दर्शकों से सीधे संवाद करता है, जिससे संदेश अधिक प्रभावी और भावनात्मक बन जाता है।
यह किसी भी बड़े मंच या साधन की आवश्यकता नहीं रखता, इसलिए समाज के हर वर्ग तक पहुँच सकता है — ग्रामीण, शहरी, गरीब या अशिक्षित सभी तक।
 नाटक सामाजिक बुराइयों जैसे दहेज प्रथा, बाल विवाह, स्वच्छता, भ्रष्टाचार, नशा, लैंगिक समानता आदि पर जनजागृति फैलाता है।
लोग केवल दर्शक नहीं रहते, वे संवाद का हिस्सा बनते हैं। इससे सामाजिक बदलाव की दिशा में सामूहिक सोच विकसित होती है।
नाटक के माध्यम से हँसी, दुःख और भावनाओं का प्रयोग दर्शकों के मन में संदेश को गहराई से बिठा देता है।
नुक्कड़ नाटक समाज के आईने की तरह है — जो लोगों को उनकी वास्तविक स्थिति दिखाता है और उन्हें सोचने, समझने और बदलाव की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इसलिए सामाजिक सुधार और जनजागरूकता के क्षेत्र में इसकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Desh Deepak Singh जी और उनकी पूरी टीम को साधुवाद।

टीवी पर लाइव



सपा (समाजवादी पार्टी), कांग्रेस, और ओवैसी (AIMIM) मुसलमानों को “वोट बैंक” के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यह एक आम राजनीतिक आरोप है, और इस पर कई तरह की राय मौजूद हैं और सच के करीब है.
“वोट बैंक राजनीति” का मतलब होता है — किसी समुदाय, जाति या धर्म विशेष को एक समूह के रूप में ट्रीट करके, उनके मुद्दों की बात करना मुख्यतः चुनावी समर्थन पाने के लिए, न कि जरूरी तौर पर उनके सामाजिक या आर्थिक विकास के लिए। 
यूपी की राजनीति में सपा ने परंपरागत रूप से मुसलमान + यादव (MY) समीकरण पर फोकस किया है। पार्टी खुद को “सेक्युलर” बताती है, पर विरोधी दलों का कहना है कि वह मुसलमानों को सिर्फ वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती है।
आज़ादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस ने खुद को सभी धर्मों का प्रतिनिधि बताया, लेकिन उसने मुसलमानों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ठोस नीति की बजाय केवल सुरक्षा और सेक्युलरिज़्म के वादे किए।
ओवैसी खुद को मुसलमानों की आवाज़ बताते हैं, जबकि उनकी राजनीति मुख्यतः पहचान की राजनीति (identity politics) पर आधारित है, 
भारत में मुसलमानों की शिक्षा, रोज़गार, और सामाजिक स्थिति पर ध्यान अपेक्षाकृत कम रहा है।
अंत में सबका साथ सबका विकास मोदी ने सभी के सपनों में पँख लगाया है....!

Saturday, November 1, 2025

टीवी पर लाइव



स्वामी प्रसाद मौर्य (सपा नेता) ने हाल के समय में सनातन धर्म, हिन्दू धर्म-प्रथाओं को लेकर कई अपमान जनक बयान दिए हैं। सस्ती लोकप्रियता उनकी फिदरत बन गयी है.

पुस्तक भेंट


दूरदर्शन के प्रसिद्ध टीवी एंकर श्री संतोष चौधरी को अपनी पुस्तक 'भारतीय पत्रकारिता के स्वर्णिम हस्ताक्षर' भेंट की.

संवादात्मक सत्र



लखनऊ विश्वविद्यालय के पत्रकारिता और जनसंचार विभाग में दिनांक 1 नवम्बर 2025 को हर शनिवार के दिन होने वाले शनिवार संवाद कार्यक्रम के तहत एक संवादात्मक सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दूरदर्शन के प्रसिद्ध टीवी एंकर श्री संतोष चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

श्री चौधरी ने विद्यार्थियों से अपने पत्रकारिता अनुभव साझा करते हुए मीडिया की विश्वसनीयता, नैतिकता और प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति को बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में नैतिकता और विश्वसनीयता का बहुत महत्व है और पत्रकारों को हमेशा सच की खोज में रहना चाहिए।

विभागाध्यक्ष डॉ. सौरभ मालवीय ने श्री चौधरी का स्वागत पुस्तक और शॉल भेंट कर किया। विभाग के शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में भाग लेकर संवाद में सक्रिय सहभागिता की। इस दौरान डॉ कृतिका अग्रवाल, डॉ नीलू शर्मा भी उपस्थित रहीं ।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ. सौरभ मालवीय ने किया। कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमें विद्यार्थियों ने समाचार प्रस्तुति और सार्वजनिक प्रसारण माध्यमों की बदलती भूमिका पर चर्चा की। मुख्य रूप से बदलते समय में पत्रकारिता पर चर्चा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का पत्रकारिता में उपयोग, फेंक न्यूज़ से बचने का तरीका, डिजिटल चैनल की भूमिका, एंकर बनने का तरीका, पत्रकारिता में नैतिकता, इत्यादि पर चर्चा हुई।

इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने श्री चौधरी के अनुभव और ज्ञान से बहुत कुछ सीखा और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।


Friday, October 31, 2025

Thursday, October 30, 2025

मासिक गोष्ठी





संघ का स्व जागरण
राष्ट्र के नव निर्माण में संगठन का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कोई भी राष्ट्र तभी शक्तिशाली और सशक्त बन सकता है जब उसके नागरिकों में आत्मगौरव, अनुशासन, एकता और राष्ट्रनिष्ठा की भावना जागृत हो।
 संघ का "स्व जागरण" अर्थात् आत्म-जागृति, आत्म-चेतना और अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता का भाव है।
‘स्व जागरण’ का तात्पर्य है—अपने भीतर निहित शक्तियों, मूल्यों और संस्कारों का जागरण।
अपने राष्ट्र, संस्कृति और इतिहास के गौरव को जानना,
अपने कर्तव्यों का बोध होना,
अपने समाज और मातृभूमि के प्रति निष्ठा विकसित करना.

कुटुंब का पैगाम -2025

लखनऊ।  यंगस्टर्स फाउंडेशन - द्वारा आयोजित 'कुटुंब का पैगाम -2025' में रहने का अवसर। संस्था के निदेशक श्री देश दीपक सिंह की दृष्टि बह...