Sunday, November 20, 2016

प्रवक्ता डॉट कॉम की आठवीं वर्षगांठ मनाई


प्रवक्ता डॉट कॉम के आठ वर्ष पूरे होने पर नई दिल्ली स्थित कॉस्टिट्यूशन क्लब के स्पीकर हॉल में ‘मीडिया और राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर 19 नवम्बर 2016 को एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आईआईएमसी के महानिदेशक श्री केजी सुरेश, एनयूजे के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रासबिहारी, वरिष्ठ पत्रकार और समीक्षक श्री अनंत विजय, बॉलीवुड की सुप्रसिद्ध पटकथा लेखिका सुश्री अद्वैता काला,  छत्तीसगढ़ से सांसद चंदूलाल साहू, नवभारत टाइम्स के पूर्व संपादक डॉ. नंदकिशोर त्रिखा, दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक श्री रंजन मुख़र्जी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।

इस संगोष्ठी की अध्यक्षता आईआईएमसी के महानिदेशक श्री केजी सुरेश ने की, वहीं संचालन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सौरभ मालवीय ने किया, स्वागत संबोधन प्रवक्ता के संस्थापक व प्रबंध संपादक भारत भूषण ने किया, विषय प्रवेश संजीव सिन्हा ने किया और अतिथियों का स्वागत सुशांत कुमार, विनोद बिधुरी, विकास आनंद तथा  अलका सिंह ने किया।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार और समीक्षक अनंत विजय ने कहा कि हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने मिडिया के स्वतंत्रता को जरुरी बताते हुए सरकार द्वारा नए कठोर प्रेस कोड बनाने पर बल दिया और कहा कि जो मिडिया हाउस उस कानून का अतिक्रमण करे उसके लिए कड़े दंड का भी प्रावधान हो। वास्तव में आज मीडिया के संचालन को लेकर कोई मान्यकानून नहीं है ।

वहीं, सुप्रसिद्ध पटकथा लेखिका सुश्री अद्वैता काला ने अपने मिडिया के साथ के कई अनुभव साझा किये और कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जरूरी है लेकिन स्वनियमन की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित रिपोर्टिंग के समय राष्ट्रीय हित और संवेदनशीलता का ध्यान रखा जाना चाहिए।

वहीं, एनयूजे (इंडिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रासबिहारी ने कहा कि यह कहना कि मीडिया स्वतंत्र है, बिल्कुल झूठ है, स्वतंत्रता तो सिर्फ अखबार और टीवी के मालिकों को है, देश में पत्रकारों की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है। उन्होंने कहा की मीडिया के प्रति पूर्वाग्रह ठीक नहीं, मीडिया को आत्मचिंतन करने की जरूरत है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने का आह्वान भी किया।

कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में केजी सुरेश ने मंच एवं तमाम पत्रकारों को अपने अनुभव साझा करते हुए मीडिया एवं राष्ट्रीय सुरक्षा को विस्तार से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि नया मीडिया का जमाना है और अब न्यू मिडिया के आने से जनता एजेंडासेटर है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से नहीं, समाज की ओर से नियमन होना चाहिए, क्योंकि मीडिया की स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा अमेरिका में राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है और हमारे देश में इसे शर्मिंदगी का विषय बना दिया गया है। उन्होंने मीडिया में वनसाइडेड वर्जन के प्रचलन पर विचार की जरूरत को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्टूडियो आधारित टॉक शो, सर्वे और एनालिसिस ज्यादा होने से टीवी न्यूज चैनल्स अब जमीनी हकीकत से दूर हो रहे हैं और अब फील्ड रिपोर्टिंग भी खत्म हो रही है, इसी का असर था कि अमेरिकी मिडिया भी राष्ट्रपति चुनाव का आकलन गलत किया।

इस अवसर पर प्रवक्ता टीम को शुभकामना देने छत्तीसगढ़, महासमुंद से सांसद चंदूलाल साहू भी उपस्थित थे जो प्रवक्ता डॉट कॉम के 8 वर्ष पूरे करने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रवक्ता हमेशा जन जन का प्रवक्ता बने यही मेरी आशा है ।

वहीं, नवभारत टाइम्स के पूर्व संपादक डॉ. नंदकिशोर त्रिखा ने प्रवक्ता डॉट कॉम  के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि प्रवक्ता देश, समाज और जन-जन का प्रवक्ता बने, यही उम्मीद है ।
वहीं, आकाशवाणी संवाददाता भोपाल, म.प्र. से सारिक नूर प्रवक्ता डॉट कॉम को शुभ्कम्माना देते हुए कहा कि बौधिक जगत में एक क्रांती का नाम है प्रवक्ता, जहाँ पर मिडिया, साहित्यकार और आम जन सबके लिए पूरा खुराक रहता है।

इस संगोष्ठी में लगभग 225 से अधिक पत्रकारों, लेखकों व सोशल मीडिया एक्टिविस्ट्स की उपस्थिति रही, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार उमेश चतुर्वेदी, डा.अरुण भगत, प्रशून लतान, संजय राय, शिव शक्ति नाथ बक्सी, भवेश नंदन, लोकसभा टीवी से श्याम जी समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।

समारोह की झलकियां















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